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हमारे देश में ६ का मतलब छक्का से लगाया जाता है और क्रिकेट के छक्का के अलावा भी इस देश में छक्का उसको कहते है जो न तो नर में है और ना नारी में यानि हिंजड़ा और इस बार क्या कहने हमारे प्रधान मंत्री …..नाम तो मै ले नही सकता ………….काश इस समय मोनिया जी फ़ोन पर होती तो उनसे पूछ तो लेता कि किस को प्रधान मंत्री कहना है ….खैर कोई बात नही ………….प्रजा तंत्र में तो रजा तो कोई भी बन सकता है ..अब चाहे राहुल को समझ लीजिये या प्रियंका को , चाहे बढेरा को या फिर सोनिया जी को क्या फर्क पड़ता है …………………….यार आप लोग भी न बात क्या करना चाहता हूँ और बार बार मेरा ध्यान इधर उधर मोड़ देते हो ………बात करना चाहता हूँ कि राष्ट्र पति भवन में शपथ ग्रहण में क्या क्या खाया गया तो आप है कि बस आसाम के दर्द एम् पिघले जा रहे है …………..अरे मरने के लिए ही तो हम सब पैदा हुए है ……………अब चाहे जल कर मरे या भूख मरी से …मर तो गए ना …जिन्दा तो स्वर्ग नही चले गए ????????????अब भाई मुझे अपनी बात पूरी कर लेने दीजिये …………….हां तो छक्का का मतलब ………वही वही जो बस हाथ पीटते है और म्हणत आप करते है …चाहे शादी करे या शादी के बाद बाद बन्ने के आदी बने पर यह सब हाथ पीटते हुए आ जाते है तो इस बार तो स्वतंत्रता दिवस में दो दो छक्का लगा है ………..और राष्ट्रीय ध्वज कौन फहराएगा ????????????//अरे अपने देश के ………………एक छक्का से लगता है मन नही भरा जो अब दो का आनंद ले रहे है ……………….खैर देश में छक्के ही तो है वरना अन्ना क्यों डरते भला छक्को से कौन लड़ पाया है …………शायद अन्ना को लगा होगा कि देश सामान्य आदमी चला रहे है ……………….छक्के से भीष्म पितामह तक को अपनी जान गवानी पड़ी थी …………….जी जी मालिक काफूर …………….बिलकुल अल्लौद्दीन खिलजी का मंत्री …………………हिंजड़ा था …….कौन सी लड़ाई कोई उस से जीत पाया ??????????????/// काश अन्ना जान पते कि देश एक छक्के के नही दो छक्के के चंगुल में है और राम देव जी तो दो दो छक्के का आनंद भी १५ अगस्त को लेंगे ……………..भाई राम देव जी को बता दीजिये कि इन्ही अप्राकृतिक लोगो की वजह से एड्स ज्यादा फ़ैल रहा हा जरा दूरी बना कर रहेंगे वरना इनका क्या ये तो बर्बाद है ही और हमारे राम जी को भी ……………..काश इस बार देश अपने डबल छक्के से …पर एक से भले तो दो होते है …………..और दो क्यों एक और एक तो ग्यारह होते है …………..अब यह मै आप पर छोड़ता हूँ कि दो छक्के मिल कर कितने होते है ……………..ग्यारह तो होते ही है पर जरा सोच कर देखिये ………५४२ ………..हो सकता है …आखिर इस देश में क्या नही हो सकता है ………….जब यह भगवन जन्म ले सकता है तो राक्षस को जगह तो देनी ही पड़ेगी …वरना भगवन धरती पर कैसे आयेंगे …………पर इस बार तो राक्षस छक्के है ……………..एक नही दो दो ……………….कही आप ने भीष्म पितामह जैसी कसम तो नही खायी है ना …….काश इन छक्को से देश में कोई वीर मर न जाये ……………..पर मरेगा क्या अब तो देश ही मरो का हो गया ………………..नही तो अन्ना रणछोर क्यों हो जाते बेचारे कम से कम कृष्ण जन्माष्टमी तो मना रहे होंगे ………….पर आप कही मत जियेगा बस आज से ठीक छठे ( मतलब यह भी छक्का ) आप के सामने होंगे देश की स्वतंत्रता के पूरे छाछठ साल हा हा हा जी जी दो दो छक्के …….आखिर छक्को को भी जीने का हक़ है ………देश के नेता विधायक , सांसद बनने का हक़ है ……….तो फिर इनको छक्का नही नही मानिये छक्का कहिये …………….क्यों छक्का जी आपको देश का जन प्रतिनिधि बन कर कैसा लग रहा है ??????? छोड़ियेगा नही इस देश को जब तक आपकी तरह यह नपुंसक न बन जाये ………………वो छक्का ही क्या जो अपनी तरह ही देश हो न बना दे …………..और इस बार तो आप दो छक्के साथ आये है ….तो लूटिये छक कर और लुटाइए छक कर जब तक हर तरह छक्का ही जाता न दिखाइए देने लगे …………..आखिर उस खेल क्या मजा जिसमे छक्का न हो …………….और हमारे देश में तो छक्के के विश्व रिकार्ड है ………….स्वतंत्रता दिवस पर आप सबकी को एक साथ दो छक्के की बधाई …………….डॉ आलोक चान्टिया
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