Menu
blogid : 8015 postid : 338

तुझको पाने के लए ………………..

all indian rights organization
all indian rights organization
  • 821 Posts
  • 132 Comments

रात का डर किसको सुबह की आहट में ,
मौत का डर किसको तेरी चाहत में ,
हर इसी को इंतज़ार समय की अंगड़ाई का ,
पैमाने का डर किसको आँखों की राहत में  ……..१
जब दामन से तन्हाई लिपट जाती है ,
आँखे खुद ब खुद  छलक आती है ,
डरता हूँ कही कोई देख ना ले मुझको  ,
इसी से हसी ओठो पे मचल जाती है ………………..२
खो जाना बेहतर है पाने के लिए ,
चले जाना बेहतर फिर आने के लिए ,
सभी में छिपी है रब की एक सूरत ,
तुझको जीना बेहतर उसको पाने के लिए ………..३

Read Comments

    Post a comment

    Leave a Reply